भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में काम करने वाली कंपनी AVP Infracon (NSE: AVPINFRA) को तमिलनाडु में एक बड़ा प्रोजेक्ट मिला है। कंपनी को सलेम-7 के सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर, हाईवेज NABARD एंड रूरल रोड्स सर्कल से ₹16.23 करोड़ का ठेका मिला है। यह ठेका थनीरपांडल रोड पर एक नया रोड ओवर ब्रिज (ROB) बनाने के लिए है, जो सिंगानल्लूर और पीलामेडू रेलवे स्टेशनों के बीच मौजूद लेवल क्रॉसिंग को बदलेगा।

यह प्रोजेक्ट क्यों है महत्वपूर्ण?
इस नए ROB से कोयंबटूर शहर में यातायात की समस्या कम होगी। फिलहाल, इस जगह पर ट्रेन आने पर लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ता है, जिससे ट्रैफिक जाम हो जाता है। नया ब्रिज बनने के बाद सड़क ऊपर से और रेलवे लाइन नीचे से जाएगी, जिससे आवाजाही आसान हो जाएगी। इससे न सिर्फ ट्रैफिक की समस्या हल होगी, बल्कि दुर्घटनाओं का खतरा भी कम होगा।
AVP Infracon का बिजनेस
AVP Infracon 2009 से इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। कंपनी सड़कें, पुल, सिंचाई परियोजनाएं और शहरी विकास से जुड़े काम करती है। FY25 में कंपनी का कुल राजस्व ₹292.81 करोड़ रहा, जबकि EBITDA ₹62.77 करोड़ और नेट प्रॉफिट ₹33.10 करोड़ दर्ज किया गया। कंपनी का मार्केट कैप ₹400 करोड़ से अधिक है और इसका ऑर्डर बुक भी ₹400 करोड़ से ज्यादा का है।
स्टॉक का प्रदर्शन
AVP Infracon का शेयर पिछले एक साल में 109.10 रुपये के निचले स्तर से 65% बढ़कर करीब 180 रुपये के स्तर पर पहुंच चुका है। इसका 52-वीक हाई 264.30 रुपये है। नया ठेका मिलने के बाद शेयर में और तेजी आ सकती है, लेकिन निवेशकों को कंपनी के प्रोजेक्ट एक्जीक्यूशन और भविष्य में मिलने वाले ठेकों पर नजर रखनी चाहिए।
निष्कर्ष
सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर जोर दे रही है, जिससे AVP Infracon जैसी कंपनियों को फायदा हो रहा है। नया ठेका कंपनी के ग्रोथ को और मजबूती देगा। हालांकि, छोटी कंपनियों के स्टॉक्स में जोखिम भी होता है, इसलिए निवेश से पहले पूरी रिसर्च कर लेनी चाहिए।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Finance Fiber" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।