भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है, और PNC इंफ्राटेक इसका एक अहम खिलाड़ी है। हालांकि, कंपनी का स्टॉक हाल में 0.90% गिरकर ₹307 पर बंद हुआ, लेकिन इसके पास ₹17,700 करोड़ का मजबूत ऑर्डर बुक है, जो FY25 के रेवेन्यू से 3.2 गुना ज्यादा है। तो क्या यह गिरावट एक मौका है या चिंता की बात? आइए, विस्तार से समझते हैं।

PNC इंफ्राटेक
PNC इंफ्राटेक सड़कों, पुलों, एयरपोर्ट्स और पावर ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट्स में बड़ा काम करती है। NHAI, AAI, UPPCL जैसी सरकारी एजेंसियां इसके प्रमुख क्लाइंट्स हैं। FY26 के लिए कंपनी ने 20% रेवेन्यू ग्रोथ और ₹15,000 करोड़ के नए ऑर्डर्स का टारगेट रखा है।
मुख्य आंकड़े:
मैट्रिक | वैल्यू |
---|---|
मार्केट कैप | ₹7,875 करोड़ |
करंट स्टॉक प्राइस | ₹307 (0.9% गिरावट) |
ऑर्डर बुक | ₹17,700 करोड़ |
FY26 रेवेन्यू टारगेट | 20% ग्रोथ |
Q4 रिजल्ट्स
Q4FY25 में PNC का रेवेन्यू 35% घटकर ₹1,704 करोड़ रह गया, जबकि पिछले साल यह ₹2,600 करोड़ था। नेट प्रॉफिट में भी 81% की गिरावट आई, ₹75 करोड़ बनाम ₹396 करोड़। इसकी वजहें:
- कुछ प्रोजेक्ट्स में देरी।
- महंगाई की वजह से लागत बढ़ी।
- आर्बिट्रेशन अवार्ड्स का पूरा फायदा नहीं मिला।
अच्छी खबर
- EBITDA मार्जिन 13% के आसपास स्थिर रहा।
- जल जीवन मिशन से ₹900-1,000 करोड़ का एक्जीक्यूशन संभव है।
ऑर्डर बुक से मिलती है मजबूती
PNC के पास ₹17,700 करोड़ का ऑर्डर बुक है, जो अगले 2-3 साल तक कंपनी को व्यस्त रखेगा। इसमें से:
- सड़क और एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स (83%) – ₹8,509 करोड़ टॉप 6 प्रोजेक्ट्स से।
- रेल, नहर और जल परियोजनाएं – बाकी का हिस्सा।
- HAM प्रोजेक्ट्स – ₹400 करोड़ की इक्विटी इंफ्यूजन की योजना।
मतलब, कंपनी के पास काम की कमी नहीं है, बस एक्जीक्यूशन की स्पीड बढ़ाने की जरूरत है।
चुनौतियां क्या हैं?
- प्रोजेक्ट्स में देरी – समय पर काम पूरा नहीं हो पा रहा।
- कर्ज का बोझ – इक्विटी इंफ्यूजन से मदद मिलेगी।
- प्रॉफिट मार्जिन – 13% EBITDA ठीक है, लेकिन इसमें सुधार संभव है।
भविष्य में उम्मीद की जा सकती है?
- सरकार का इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस – हाइवे, रेलवे और शहरी विकास पर जोर।
- नए ऑर्डर्स – ₹15,000 करोड़ का टारगेट हासिल करने की कोशिश।
- आर्बिट्रेशन से फंड मिलना – कैश फ्लो बेहतर होगा।
निष्कर्ष
शॉर्ट-टर्म में स्टॉक में उतार-चढ़ाव दिख सकता है, लेकिन लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए PNC एक मजबूत विकल्प हो सकता है। ऑर्डर बुक मजबूत है, क्लाइंट्स भी बड़े हैं, और सेक्टर भी ग्रोथ में है। अगर इंफ्रास्ट्रक्चर बूम जारी रहा, तो PNC को फायदा मिल सकता है। स्टॉक मार्केट में निवेश जोखिम भरा है। निवेश से पहले अपना रिसर्च करें या वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Finance Fiber" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।
2 thoughts on “इस Infra Stock के पास ₹17,700 करोड़ का ऑर्डर बुक, एक्सपर्ट ने कहा अभी ग्रोथ गेम बाकी है।”